Instrumentation, Engineering
की एक branch है जो की process
industry में measuring और controlling
variables में deals करती है। Industries में उपयोग किये जाने वाले process variables Level, Pressure, Temperature, Flow, Vibration, Force, Speed
pH, Density, Humidity, इत्यादि होते है।
Instrumentation Society of America ISA (Instrumentation and Systems Automation Society) के अनुसार Instrumentation की official definition "Instrumentation instruments और उनकी applications का collections है जिसका उपयोग Observation, Measurement और control में किया जाता है। Reference:
ISA std. 51.1 - (Instrumentation Society of America)
Instrumentation
Technology
Instrumentation technology एक ऐसी technology है जिसका उपयोग industries
में किसी भी process को measurement
और control के लिए एक instrument
को design और develop करने में किया जाता है Instrumentation technology कहलाती है।
Instrumentation process
industries में field से information
receive करने और उसको desired
parameters में convert और control करने में एक बहुत ही important role play करती है इस कारण instrumentation process industries में control loops के लिए एक key part होता है।
Control
engineering
Control engineering या control system engineering की एक branch है जो control
theory के principles पर deals करती है, जिसमे एक system
को design किया जाता है जोकि desired behavior देता है।
Control instrumentation के अंतर्गत solenoids, valves, circuit, breakers,और relays device आती है। ये device field parameter को change करके remote
या automated control signal provide करने में उपयोगी होती है।
Control instrumentation
device के example के लिए हम Transmitter
device को लेते है जो कि 4-20 mA electrical current का analog signal produce करता है और इस signal का उपयोग अन्य instruments
को directly control करने के लिए किया जाता है या
इस signal
को PLC, DCS SCADA system या अन्य किसी computerized controller के लिए भेजा जाता है जहाँ इस signal को readable
values, में interpreted करके दूसरी devices और processes को control करने में किया जाता है।
Measurement
किसी
unknown quantity का किसी known standard quantity से
comparison करना ही measurement कहलाता है।
Measurement किये जाने वाले parameters
इस
प्रकार है –
Process Instruments, Pressure, Level, Flow, Temperature,
density, Viscosity, Radiation, Frequency, Current, Voltage, Inductor,
Capacitor, Resistivity, etc.
Instrumentation
Engineering
Instrumentation engineering,
engineering की एक ऐसी branch है जिसके अंदर measuring
instruments के operational principle पर मुख्य रूप से focus किया जाता है और ये measuring
instruments का उपयोग electrical और pneumatic systems की design और configuration
में किया जाता है।
Instrumentation
Engineer
Instrumentation Engineer का main purpose उसके clients या industry के लिए Conceptualize, Design, Details, Maintain, और Trouble shoot control system को manage करना होता है।
Instrumentation Engineer अपनी industry को profits and
production की first priority पर लाने के लिए अपने सभी effortsका उपयोग rules
and regulations को ध्यान में रखते हुए करता है।
Instrumentation
Engineer Means
एक अच्छा Instrumentation Engineer industry की happenings के लिए अपनी eyes और ears दोनों को open रखकर काम करता है। इसलिए हम कह
सकते है कि Instrumentation Engineer, measurement और control की एक Art और Science है। जोकि process industry के best performance के लिए industry में good process sensors का selection और implement करता है, और all functioning
instruments की troubleshooting करके control
system की fine tuning करता है।
इस ब्लॉग को बनाने का हमारा मुख्य उद्धेस्य Industrial automation
and instrumentation control engineering को सरल शब्दों में समझना है। इस ब्लॉग के माध्यम से
हम अपने engineering और Industrial अनुभवों को आपके साथ share करेंगे। हम ये आशा करते है कि
आपको हमारा ये प्रयाश अवश्य ही पसन्द और अच्छा लगेगा। आपकी प्रितिक्रिया नीचे comments बॉक्स में लिखकर हमको जरूर
बताये। धन्यवाद।
What is Instrumentation and control Engineering: In Hindi
Methods of
measurement -
Direct Method
इस
method में किसी
unknown quantity का measurement direct किसी known standard quantity से
comparison करके किया जाता है।
Indirect
Method-
इस
method में किसी भी
quantity का
measurement direct नहीं किया जा सकता है , पहले उसे किसी दूसरी quantity में convert किया जाता है। फिर उसका
measurement किया जाता। है
Classification
of Instruments-
Instruments को दो भागो में बांटा गया है -
1. Primary Instruments
2. Secondary Instruments
Primary
Instruments
Primary instrument
में
measured की जाने वाली quantity को
instrument के constants और उसके deflect में measure करता
है। इन instruments को किसी अन्य instruments से comparison
की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इस प्रकार के instruments का प्रयोग केवल standardization के लिए किया जाता है। इसका उदाहरण Galvanometer, tangent है जो Current, deflected कोण इत्यादि का measurement करता
है।
Secondary
Instruments
Secondary Instruments quantity को instrument के constants और उसके deflect
में
measure करता है। इन instruments को किसी अन्य instruments से
comparison की आवश्यकता
नहीं पड़ती है। इस प्रकार के instruments का प्रयोग केवल standardization
के लिए किया जाता है। इसका उदाहरण Galvanometer, tangent है
जो Current, deflected कोण इत्यादि का measurement करता है।
Secondary instrument के द्वारा measure की जाने वाली quantity के magnitude को deflection के द्वारा direct measure किया जाता है। इन instruments को प्रयोग करने से पहले इनका किसी absolute instrument से pre-calibration किया जाता है। प्राय:सभी
electrical measurement में
इस प्रकार के ही instrument प्रयोग में लाये जाते है।
Example : Ammeter, Voltmeter ,Watt meter, Energy Meter ,
Frequency Meter etc.
इस ब्लॉग को बनाने का हमारा मुख्य उद्धेस्य Industrial automation
and instrumentation control engineering को सरल शब्दों में समझना है। इस ब्लॉग के माध्यम से
हम अपने engineering और Industrial अनुभवों को आपके साथ share करेंगे। हम ये आशा करते है कि
आपको हमारा ये प्रयाश अवश्य ही पसन्द और अच्छा लगेगा। आपकी प्रितिक्रिया नीचे comments बॉक्स में लिखकर हमको जरूर
बताये।
धन्यवाद।
What do you meant by measurement in hindi
Subscribe to:
Posts
(
Atom
)